"एवेंजर्स: एंडगेम" की सफलता उर्फ हर वक्त में बाजार अपना रास्ता निकाल लेता है

सचिन श्रीवास्तव

इस चुनावी दौर में जब विज्ञापन के धुरंधरों, मैनेजमेंट के माहिर और इवेंट मार्केटिंग के बादशाहों के चेहरों पर पसीने की बूंदें छलक रही हैं। देश के सबसे हिट ब्रांड आईपीएल की लोकप्रियता में 40 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। नए प्रोजेक्ट लेने से पहले बाजार के सबसे चालाक खिलाड़ी भी 23 मई का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे वक्त में एक विदेशी फिल्म आकर जब हर चौक-चौराहे-कोने से लेकर व्हाट्सएप समूहों, यूट्यूब वीडियो और निजी बातचीत तक में ट्रेंड कर रही है, तो इस रूपांतरण को समझना चाहिए। 


आखिर ऐसा क्या है "एंडगेम" में। 58 साल पुरानी कॉमिक्स के कुछ अजीब से पात्र जिनकी कारगुजारियों से जेनरेशन जैड पहले से ही वाकिफ है, जिनके खानपान से लेकर बोलचाल तक के बारे में मारवल फैन खुद उनके क्रियेटर से ज्यादा जानते हैं, तब ढ़ाई घंटे के दृश्यों को देखने के पीछे ऐसा भी क्या बावला होना?



लेकिन लोग हैं, बावले हैं, दीवाने हैं, पागल हैं। यहां तक कि जो साथ में फिल्म देखने जा रहा है, उसे ताकीद की जा रही है कि पूरी फिल्म में चुप रहोगे, पॉपकॉन वगैरह पहले से ले लेंगे। कोई बात समझ में न आए तो फिल्म के बाद पूछना।
तभी तो जिन्होंने पहले दिन फिल्म नहीं देखी है उनका मजाक उडाते हुए मीम्स बन रहे हैं। पिछली फिल्मों की स्टोरी लाइन बताने के लिए 30-30 मिनट के कैप्शूल वीडियो बन रहे हैं, पिछली फिल्मों को एक्सप्लेन किया जा रहा है। बहसें इस बात हो रही हैं कि जिन कैरेक्टर को मारा गया है, उसकी वजह क्या है। लोकी कहां गया, मारवल का अगला कदम क्या होगा? ब्लैक विडो की अगली फिल्म स्टोरी लाइन में कहां फिट होगी? क्या स्टीव राजर्स सचमुच अपने बुढ़ापे में पहुंच गया है? क्या उसने वह सीरम नहीं लिया है, तो फिर बकी का क्या हुआ?
यानी एक फिल्म जहां सैकड़ों सवालों का जवाब दे रही है, तो हजारों नए सवाल पैदा कर रही है

सवाल से बाजार का यह रिश्ता दिलचस्प है
कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा था, जब इसे जानने के लिए 1600 करोड़ की कीमत दर्शक चुका सकता है, तो सोचिए मारवल से जुड़े सवाल बाजार में उसे कितनी कीमत दिलाएंगे?
बीते साल आई "इनफिनीटी वॉर" के बाद से पैदा हुए सवाल ने यह तय कर दिया था टाइटन के ताकतवर बाशिंदे, जिसे "मिस्ट्रैस डैथ" से बेइंतहा मुहब्बत है और जो उसके प्यार में दीवाना होकर अपनी मां को भी मार चुका है, 2019 की अप्रैल का महीना उस "थानोस" के नाम होगा। हुआ भी। 

2500 करोड़ रुपए में बनी "एंडगेम" 2009 की "अवतार" के 2.78 अरब डॉलर के रिकॉर्ड को तोड़ देगी यह तय माना जा रहा है। यानी 3 अरब डॉलर की कमाई। वह 1939 का जमाना जब "गॉन विद द विंड" ने 38 लाख डॉलर की कमाई करके 25 साल तक सबसे अधिक कमाई का रिकॉर्ड अपने नाम किया था, ये 2019 है जहां "एंडगेम" के रिकॉर्ड को तोडऩे के लिए महज कुछ साल का इंतजार करना है। क्योंकि "एंडगेम" मारवल की योजना के तीसरे फेज का अंत है, इसके आगे बहुत कुछ आना बाकी है।

"एवेंजर्स: एंडगेम" की इस दीवानगी में यह बात भी जोडऩा जरूरी है कि यह सफलता अचानक नहीं मिली है। 3000 लोगों की मेहनत 11 साल की तैयारी में हजारों घंटों के बाद जो 45 घंटे 21 फिल्मों के जरिये परोस चुके हैं, वह आधार ही था, जिस पर "एंडगेम" की बेल लंबी चढ़ाई जा रही है। सफलता के लिए बाजार की कार्ययोजना का यह बेहद छोटा उदाहरण है। 

इस फिल्म के आने से पहले यह तय कर दिया गया था जेनरेशन जेड भले ही डोनाल्ड ट्रंप, रोनाल्डो या बियोंस का असल में अस्तित्व है या नहीं इस पर संदेह कर ले, लेकिन उनके लिए आयरन मैन, कैप्टन अमरीका, हल्क, थोर, स्पाइडर मैन, एंट मैन, डॉक्टर स्ट्रेंज, बकी, क्लिंट, ब्लैक विडो, निक फ्यूरी, कैप्टन मारवल, वांडा, ब्लैक पैंथर, वास्प जैसे 1400 से ज्यादा सुपरहीरो के अस्तित्व पर शक की गुंजाइश शेष न रहे।  

यकीन मानिये यह शुरूआत है। इसके बाद फिल्मों का नया दौर शुरू हो रहा है। यह फिल्म सीरीज का ऐसा दौर होगा, जिसमें सीरियल की तरह एक के बाद एक फिल्में आएंगी। 

बस अफसोस इस बात का है कि चाचा चौधरी, बिल्लू, पिंकी से राजन-इकबाल, नागराज और सुपर कमांडो ध्रुव की लोकप्रियता को भुनाने के प्रति अभी बाजार उत्सुक नहीं दिखता

फिल्म की अन्य बारीकियों पर फिर कभी।
फिलहाल
जिन्होंने फिल्म देख ली है, वे अपने अनुभव बताएं
और 
जो प्लान कर रहे उनके लिए शुभकामनाएं
अब 
भी जो लोग फिल्म नहीं देखेंगे उनके लिए "-------"
समझ तो गए ही हो