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एक निजी पोस्ट
सोचो कि भगवान का हो ऑफिस और वो भी हाईटेक
चेहरों पर चेहरे, चेहरे पर मुलम्मा
हाल दिल से जुदा नहीं होता
खत्म हो गए फिजांओं के अनासिर
चित्रकूट की चित्रावली दो
चित्रकूट की चित्रावली एक
शो मी योर जलवा
2007 की सबसे अच्छी पोस्ट मोहल्ले की बेटी के नाम
फरीदा की आवाज का जादू और तुम मेरे पास होते हो
आमिर लौटे ब्लॉगिंग में
एक शख्सियत जिसका नया पहलू नुमांया हुआ
रांची मेरी रांची : बंदे भी हो गए हैं खुदा तेरे शहर में
अपना चेहरा देखेंगे मेरी नजर से
चित्रकूट का सपना, सपने की किरचें
क्रांति से ईश्वरों की गुहार
लुधियाना से लुधियाना वाया लुधियाना
खुशियों से हो जीवन में उजियारा
समझदार बेटों के लिए जिन्होंने मां को बाजार में उतार दिया है
हम हुए लुधियानवी
अंधेरी कोठरी के रोशनदान
विशिष्ट ब्लॉगर इसे न पढें
अरुंधति बंद करो इस तरह लिखना
अभी इतना है तो फिर कितना होगा?
धुआं घुल गया है
अनुपस्थितों की जगह का एकांत