चित्रकूट की चित्रावली दो









चार चित्रों में चार सूत्र हैं. पहला सूत्र इस तरह की कार्यशाला में दोस्तों की मंडली के कोनों को दिखाता है. दूसरे में लांग शॉट के जरिए अनुशासन का ताना बाना बुना गया है. तीसरे में उसी अनुशासन को पुन: स्टेबलिस किया गया है. अपोजिट कोण से. और चौथे में कार्यशाला में आए हालिया बयान पर अपनी निजी राय को हमसफर से बांटते रूपेश हैं, सुनने वाले कनफुसकी वाले रमेंद्र हैं.