कार बाजार : 72 प्रतिशत कार बाजार पर तीन कंपनियों का कब्जा

सचिन श्रीवास्तव
इस साल के आम बजट के ठीक पहले आए आर्थिक सर्वे के आंकड़ों ने खासा चौंकाया था। इन आंकड़ों के मुताबिक, देश में हर साल करीब 25 लाख कारों की बिक्री होती है। फरवरी में आए कार बिक्री के आंकड़े भी कुछ ऐसा ही बताते हैं। बीते महीने देश में ढ़ाई लाख से ज्यादा कारें बिकीं और दिलचस्प बात यह है कि इनमें से 70 प्रतिशत कारें महज तीन बड़ी कंपनियों की थीं। भारतीय कार बाजार की पांच बड़ी कंपनियों की बिक्री को मिलाया जाए, तो पता चलता है कि पूरे बाजार की 80 प्रतिशत हिस्सेदारी इन्हीं के पास है। नजर डालते हैं देश के कार बाजार से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर...
6ठां सबसे बड़ा वाहन निर्माता देश है भारत दुनिया में
दूसरा सबसे बड़ा दोपहिया वाहन निर्माता देश है भारत
7.1 प्रतिशत का योगदान देती है भारतीय ऑटो
इंडस्ट्री जीडीपी में
9.17 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है देश का पैसेंजर व्हीकल मार्केट
1100 अरब रुपए का विदेशी निवेश हुआ है देश की ऑटो इंडस्ट्री में अप्रैल 2000 से सितंबर 2016 के बीच

बाजार में हिस्सेदारी (कार संख्या के आधार पर)
मारुति सुजकी     47.86 प्रतिशत
हुंडई                    16.80 प्रतिशत
महिंद्रा                 08.18 प्रतिशत
होंडा                    05.78 प्रतिशत
टाटा मोटर्स         04.88 प्रतिशत
अन्य                  16.5 प्रतिशत

3 करोड़ से ज्यादा कारें हैं देश की सड़कों पर
2015 के आंकड़ों के मुताबिक, देश के विभिन्न राज्यों में कुल 2.86 करोड़ कारें रजिस्टर्ड थीं। इस लिहाज से बीते दो सालों में कुल कारों की संख्या फिलहाल 3 करोड़ से ऊपर है। हालांकि अब भी देश में टू-व्हीलर की संख्या सबसे ज्यादा है। 2015 के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में करीब 16 करोड़ दो पहिया वाहन हैं।

महाराष्ट्र, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा कारें
देश के विभिन्न राज्यों में कारों की संख्या समान नहीं है। महाराष्ट्र, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में कारों की संख्या ज्यादा है, जबकि प्रति व्यक्ति कार के मामले में पंजाब, हरियाणा और दिल्ली आगे हैं।

24 कारें प्रति 1000 भारतीयों पर

महज 61 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में बसे देश सन मारिनो में प्रति व्यक्ति कारों की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है। यहां प्रति 1000 लोगों पर 1263 कारें हैं, जबकि भारत में प्रति 1000 लोगों पर महज 24 कारें हैं। अमरीका (797), जापान (591), ब्रिटेन (519), रूस (293), चीन (205), दक्षिण अफ्रीका (165) आदि देश भारत से कहीं आगे हैं।

10 बड़े वाहन निर्माता देश
देश                       प्रति वर्ष निर्माण संख्या

चीन                          2.45 करोड़
अमरीका                   1.21 करोड़
जापान                        92 लाख
जर्मनी                        60 लाख
दक्षिण कोरिया            45.5 लाख   
भारत                         41.3 लाख
मैक्सिको                    35.7 लाख
स्पेन                          27.3 लाख
ब्राजील                       24.2 लाख
कनाडा                       22.8 लाख

निर्यात में अमरीका की हिस्सेदारी ज्यादा
भारत में बनने वाली कारों का निर्यात सबसे ज्यादा अमरीका को किया जाता है। देश की कुल वाहन निर्यात आय में अमरीका का हिस्सा 8.4 प्रतिशत है। इसके बाद मैक्सिको (6.9 प्रतिशत), दक्षिण अफ्रीका (6.1 प्रतिशत) और ब्रिटेन (4.4 प्रतिशत) की हिस्सेदारी है।

बढ़ रहा इलेक्ट्रिक कार का चलन
देश के कार बाजार में इस साल गर्मियों तक टेस्ला कंपनी अपनी इलेक्ट्रिक कार उतारने की योजना बना रही है। वैसे भी ऑनलाइन सर्वे और बाजार के ट्रेंड बताते हैं कि भारतीय उपभोक्ता डीजल और पेट्रोल की कीमतों को देखते हुए इलेक्ट्रिक कार की ओर मुड़ सकते हैं। यदि ऐसा होता है तो आने वाले दशक में कार निर्माण में कमी देखने को मिल सकती है।