सचिन श्रीवास्तव
भारतीय चमड़ा उद्योग के हालात पर आई ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, इस क्षेत्र के कामगार बेहद खराब हालात में काम करते हैं।
दूसरा बड़ा जूता और चमड़ा वस्त्र उत्पादक है भारत दुनिया का
90 प्रतिशत भारतीय जूते जाते हैं यूरोपीय यूनियन के देशों में
14 साल से कम के बच्चे भी करते हैं काम कानूनन पाबंदी के बावजूद
25 लाख भारतीय काम करते हैं देश के चमड़ा उद्योग में
05 चीजों खाल, चमड़ा, कपड़े, अन्य सामान और जूते का होता है निर्यात
3 बड़ी समस्याएं
1- काम के ज्यादा घंटे
2- खतरनाक रसायन
3- कम वेतन
3 हब देश में
आगरा (उत्तर), कोलकाता (पूर्व) और तमिलनाडु का वानियामबाड़ी-अंबुर (दक्षिण) हैं देश के चमड़ा उद्योग के हब
भारतीय चमड़ा उद्योग के हालात पर आई ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, इस क्षेत्र के कामगार बेहद खराब हालात में काम करते हैं।
दूसरा बड़ा जूता और चमड़ा वस्त्र उत्पादक है भारत दुनिया का
90 प्रतिशत भारतीय जूते जाते हैं यूरोपीय यूनियन के देशों में
14 साल से कम के बच्चे भी करते हैं काम कानूनन पाबंदी के बावजूद
25 लाख भारतीय काम करते हैं देश के चमड़ा उद्योग में
05 चीजों खाल, चमड़ा, कपड़े, अन्य सामान और जूते का होता है निर्यात
3 बड़ी समस्याएं
1- काम के ज्यादा घंटे
2- खतरनाक रसायन
3- कम वेतन
3 हब देश में
आगरा (उत्तर), कोलकाता (पूर्व) और तमिलनाडु का वानियामबाड़ी-अंबुर (दक्षिण) हैं देश के चमड़ा उद्योग के हब