संगीत की दुनिया : इस साल को खास बना रहीं ये नई शैलियां


सचिन श्रीवास्तव

8 जुलाई 2016 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित
संगीत प्रेमियों के लिए साल २०१६ के पहले छह महीने ताजा हवा के झौंकों की तरह रहे हैं। इस दौरान म्यूजिक वल्र्ड ने स्थापित पाश्चयात शैलियों में तो कई प्रयोग किए ही। साथ ही हाल ही में ईजाद हुईं शैलियों की सिंफनी से भी माहौल को ताजगी दी है। यह नई शैलियां आती-जाती रहती हैं, लेकिन कुछ ऐसे बदलाव भी म्यूजिक वल्र्ड को दे जाती हैं, जिनका असर सदियों तक बना रहता है। आइये नजर डालते हैं इस नये बदलाव पर...
1. डार्क बास:
 इलेक्टॉनिक जॉनर में बास म्यूजिक, ट्राई हाप और इंडस्ट्रीयल म्यूजिक को मिलाने पर जो फ्यूजन सामने आएगा, वह कैसा होगा। इसकी एक बानगी आप साल के शुरुआती हिस्से में देख चुके हैं। असल में यह महज फ्यूजन नहीं है, बल्कि डार्क और गहरी ध्वनियां इसे वह विशिष्टता देती हैं, जो म्यूजिक के दीवानों के लिए खास है। साल के पहले छह महीनों में लोरेन स्टोन और ओहमेनाक इस जॉनर में अपनी बीट्स दे चुके हैं।

2. प्रोग्रेसिव हैवी इलेक्ट्रो रॉक: बस जब आपको लगता है कि रॉक म्यूजिक खत्म होने को है, और इसकी एक नई शैली आपको चौंका देती है। मैटल, रॉक और ईडीएम के जादू से कोई कैसे बच सकता है। हैवी इलेक्ट्रो रॉक शैली में तेज संगीत की ऊर्जा है, और इसे डांस बीट्स में तब्दील किया गया है। अगर आप डांस के शौकीन है, तो यह नई शैली आपको लुभाएगी। आक्रामकता को यूथ टच देने वाली इन बीट्स ने इन दिनों लाइव म्यूजिक को एक नई ऊंचाई दी है। वोकल्स, रैपिंग और हुकिंग के शौकीनों के लिए भी हैवी इलेक्ट्रो ने अपनी ओर खींचा है। कुल मिलाकर यह कम्लीट पैकेज है। 


3. एयर पॉप :
इस शैली में एंबीटेंट, ट्रिप हॉप, पॉप और साइको रॉक के तत्वों को एक साथ मिलाया गया है। हिप हॉप के बैस कंट्रोल को निचले स्तर पर ले जाकर वोकल संगीत का टच दिया गया है। साथ ही शांत, मुलायम और रहस्यमय बीट्स को बेहद निचले स्तर पर नयंत्रित किया गया है। यानी यह आपको दिखाई दे रही दुनिया से ऊपर ले जाकर एक ऐसी शांति में ले जाएगा, जहां म्यूजिक खुद के भीतर से निकलता है। लाना डेल रे, द नैबरहुड्स, हसी, लॉर्डस और लॉरेन स्टोन जैसे कलाकार इस विधा को आगे बढ़ा रहे हैं। सुनकर देखिए आप एयर पॉप के दीवाने हो जाएंगे। आखिर यह चार्ट में अव्वल यूं ही नहीं है।
52% दुनिया के डिजिटल म्यूजिक वर्ल्ड की कमाई में म्यूजिक डाउनलोड की हिस्सेदारी 52 प्रतिशत है। बाकी कमाई मोबाइल, सबस्क्रिप्शन, एड आदि से कमाई है।

4. ग्लिच सोल्स : पारंपरिक जैज की उदासी को जब ब्लू म्यूजिक से जोड़ा जाएगा, तो कैसा रहेगा? सही है कि यह सोच नई नहीं है, कोशिशें कई बार हुई लेकिन प्रेटी लाइन और मार्वल इयर्स ने इस बार वो कर दिखाया है, जिसका इंतजार बरसों से था। यहां जैज और ब्लू म्यूजिक का संतुलन है और सामान्य फ्यूजन से अलग रस भी। यकीनन यह प्रयोग आने वाले सालों में नई ताजगी देगा, जिसका इंतजार था। 

5. कंट्री डांस म्यूजिक: संगीत की दुनिया में सबसे ज्यादा नफरत और प्यार पाने वाले कंट्री म्यूजिक ने इस साल फिर  अपने  जादू से डांस के शौकीनों की नसों में उत्तेजना भरी है। नित नये प्रयोगों के लिए जाना जाने वाला यह जॉनर इस बार अपनी इलेक्ट्रॉनिक  बीट्स के साथ लोक धुन और स्वर के साथ छाया हुआ है। सीडीएम से आप पीछा नहीं छुड़ा सकते, आखिर यह प्रेम का संगीत यूं ही नहीं कहा जाता है। 

6. स्पेस ट्रेप : कोई रैपर लो ग्लोस में किसी शहरी कहानी को कहता है, तो उसकी धुन आमतौर पर पारंपरिक होगी, लेकिन इस ट्रेपिंग में आपको क्राफ्ट की विविधता मिलेगी।

7. कॉन्सपेरेसी रॉक : आप यूट्यूब या डॉक्यूमेंट्री के म्यूजिक से बोर हो गए हैं, तो यह आपके लिए शानदार विकल्प है। गिटार, गहरे गीत, प्रतीकों और काफी सारा शोर है यहां।