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9 सितंबर 2016 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित |
रवनीत गर्ग: फिलहाल कैथल में पोस्टिंग। दो साल पहले गुडग़ांव में थे नियुक्ति।
17 जुलाई 2013 में सीजेएम रवनीत गर्ग की पत्नी गीतांजलि का शव गुडग़ांव के पुलिस लाइंस पार्क में मिला था। गीताजंलि की मौत गोली लगने से हुई थी। मौके से रवनीत का लाइसेंसी रिवाल्वर बरामद हुआ था। पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला बताया। दो दिन बाद मृतका के मायके वालों ने दामाद और उसके परिजनों पर हत्या का आरोप लगाया।
एसआईटी पर उठे सवाल
मामले में सरकार ने एसआईटी को जांच सौंपी। तत्कालीन पुलिस कमिश्नर आलोक मित्तल ने एसआईटी गठित की। एसआईटी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। सवाल उठने के बाद सरकार ने मामला सीबीआई को सौंपा।
5 लाख का रखा था इनाम
सीबीआई ने नए सिरे से केस दर्ज कर तफ्तीश शुरू की। गुत्थी सुलझाने के लिए सीबीआई ने 5 लाख रुपए का इनाम भी रखा था।
कब क्या हुआ
17 जुलाई की शाम 5 बजे 28 वर्षीय गीतांजलि का शव मिला।
18 जुलाई को एसआईटी गठित की गई। पोस्टमार्टम में तीन गोली लगने की बात सामने आई।
19 जुलाई को रवनीत गर्ग के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ।
21 जुलाई को सीजेएम पर हत्या, दहेज प्रताडऩा और अन्य धाराएं जोड़ी गईं। एसआईटी ने जांच शुरू कर दी।
22 जुलाई को मौके से गोलियों के दो खोल बरामद हुए।
23 जुलाई को जांच का जिम्मा सीबीआई को देने का निर्णय हुआ। वारदात स्थल से एसआईटी ने एक और कारतूस बरामद किया।
7 अगस्त 2013 को सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर तफ्तीश शुरू की।